Sunday 16 September 2018

*क्या आपने कभी इन पश्चिमी philosophers को पढ़ा है:* ---------------------------------------------- 1. *लियो टॉल्स्टॉय (1828 -1910):* "किसी देश को बर्बाद करना हो तो वहां के लोगों को धर्म के नाम पर आपस में लड़ा दो, देश अपने आप बर्बाद हो जाएगा"। 2. *हर्बर्ट वेल्स (1846 - 1946):* " हिंदुस्तान एक बेहद प्रतिभाशाली देश है लेकिन जनता उतनी ही मूर्ख भी, वहां के लोग जाति-धर्म के नाम पर आपस में लड़कर अपने ही देश का नुक़सान कर रहे हैं" 3. *अल्बर्ट आइंस्टीन (1879 - 1955):* "उस देश के विनाश को कोई नहीं रोक सकता जिस देश की सरकार में बैठे लोग ही अपनी जनता को सिर्फ़ वोट की खातिर डराना शुरु कर दें"। 4. *हस्टन स्मिथ (1919):* "हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कमज़ोरी उसके अपने लोग बने हुए हैं जो धर्म और जाति के नाम पर आपस में बंटकर अपने देश का दुर्भाग्य लिख रहे हैं"। 5. *माइकल नोस्टरैडैम्स (1503 - 1566):* " किसी भी देश का शासक अगर अपनी जनता से ज़्यादा अपने वस्त्रों पर ध्यान दे तो समझ लीजिए कि उस देश की बागडोर एक बेहद कमज़ोर, सनकी और डरे हुए इंसान के हाथों में है"। *आज के वक्त में भी इन विचारकों की टिप्पणियां बेहद सटीक बैठती हैं*

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