Saturday 29 September 2018

पिछले कुछ सालों में गाय की जितनी चर्चा हुई है उतनी किसी और जानवर की नहीं हुई है। पिछके कुछ साल में गाय को लेकर कुछ लोगों ने हिंसा भी फैलाई है। गौ-रक्षा के नाम पर कई जगह मोब लिंचिंग की वारदात सुनने को मिली है जिसमें अलग-अलग घटनाओं में कई लोग मारे गए हैं। कथित गौ-रक्षक कहते हैं कि गाय उनके लिए पवित्र है और वो इसकी रक्षा करेंगे। देखा जाए तो पिछले दिनों कट्टरवादी गुटों ने गाय को एक समुदाय विशेष तक सीमित कर दिया है। आज हम आपको बताना चाहते हैं कि गाय को इस्लाम में भी आला दर्जा दिया गया है। इस बारे में इस्लाम धर्म के आख़िरी पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद सल. ने फ़रमाया है कि गाय के दूध से हर बीमारी को दूर किया जा सकता है। इस बारे में हदीस में भी आया है।पैग़म्बर मुहम्मद सला. ने फरमाया है कि क्योंकि गाय हर किस्म के पौधों को चरती है इसलिए इसके दूध से हर बीमारी ठीक हो सकती है। रसूलल्लाह (सo) ने फ़रमाया: “गाय का दूध इस्तेमाल किया करो, क्योंकि वह हर क़िस्म के पौधों को चरती है, इसलिए उसके दूध में हर बीमारी से शिफ़ा है!” [मुस्तदरक: 8224, अन अब्दुल्लाह बिन मसऊद (रज़िo)] इस हदीस से साबित है कि इस्लाम में गाय का दर्जा कितना ऊंचा है। झगड़ा करने की सोच दिल में लिए लोग शायद इस बात को सुनना समझना भी न चाहें लेकिन गाय मुसलमानों के लिए भी बहुत अहम जानवर है। इसके दूध से हर एक बीमारी का इलाज किया जा सकता है।

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