Monday 25 September 2017

सुप्रभात *टुटा हुआ विश्वास* *और छूटा हुआ बचपन,* *जिंदगी में कभी दुबारा वापस नहीं मिलता* !! *" नफरतों में क्या रखा हैं ..,* *मोहब्बत से जीना सीखो..,* *क्योकि* *ये दुनियाँ न तो हमारा घर हैं ...* *और ...* *न ही आप का ठिकाना ..,* *याद रहे ! दूसरा मौका सिर्फ कहानियाँ देती हैं , जिन्दगी नहीं ... "* *अक्सर वही रिश्ते,* *लाजवाब होते हैं..* *जो एहसानों से नहीं,* *एहसासों से बने होते हैं..!* 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

No comments:

Post a Comment