Thursday 13 April 2017

अगर दुनिया फ़तेह करना चाहते होतो, अपनी आवाज़ मे नरम लहजा पैदा करो... इसका असर तलवार से ज़्यादा होता है। . इन्सान का नुक़सान माल और जान के चले जान से नहीं होता, बल्कि इंसान का सबसे बड़ा नुकसान किसी की नजर में गिर जाने से होता है। . लोगो को उसी तरह माफ़ करो, जैसे तुम खुदा से उम्मीद रखते हो कि वह तुम्हे माफ करेगा। . कभी किसी के सामने अपनी सफाई पेश मत करो, क्योंकि जिसे तुम पर यकीन है उसे जरुरत नहीं और जिसे तुम पर यकीन नहीं वो मानेगा नहीं। . जब अल्लाह किसी से नाराज होता है तो उसे ऐसी चीज़ की तलब में लगा देता है जो उसकी किस्मत में नहीं होती। . अगर दुनिया में सुकुँन होता तो अल्लाह को कौन याद करता। सुकुँन तो सिर्फ उन लोगो के पास है जो लोग अल्लाह की रज़ा को अपनी रज़ा समझते है। .

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