Thursday 15 June 2017

✍✍✍✍✍✍✍ *समुद्र सभी के लिए एक ह* *है पर* *कुछ उसमें से मोती ढूंढते है ..* *कुछ उसमें से मछली ढूंढते है ..* *और, कुछ सिर्फ अपने पैर गीले करते है..*, *ज़िदगी भी... समुद्र की भांति ही है* *यह सिर्फ हम पर ही निर्भर करता है, कि, इस जीवन* *रुपी समुद्र से हम क्या पाना चाहते है,* *हमें क्या ढूंढ़ना है*🌹 🙏🙏🙏 🌷 *आप का दिन शुभ*🌷

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