Sunday 20 August 2017

काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को, काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को, काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को, काबू में रखें - महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को, काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को, भूल जाएं - अपनी नेकियों को, भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को, भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को, छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना, छोड दें - दूसरों की सफलता से जलना, छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना, छोड दें - दूसरों की चुगली करना, छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना, कश्तिया उन्ही की डूबती है ..* जिनके ईमान डगमगाते हैं !!* जिनके दिल में नेकी होती है ..* उनके आगे मंजिले भी सर झुकाती है !!* इंसान अपना वो चेहरा तो* खूब सजाता है जिस पर* लोगों की नज़र होती है* मगर आत्मा को सजाने की* कोशिश कोई नही करता* जिस पर परमात्मा की नजर होती है।* 🙏सुप्रभात 🌹

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