Monday 3 October 2016

हर सुबह की धुप कुछ याद दिलाती हैं.. हर फूल की खुशबू एक जादू जगाती हैं… चाहू ना…. चाहू कितना भी यार… सुबह सुबह आपकी याद आ ही जाती हैं .. “सुप्रभात “🌹🌹

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