M.I.Patel Nagarsevak
Monday, 10 July 2017
केनेडा वन्य जीव संरक्षण क्षेत्र *एक किताब की तरह हूँ मैं*, *कितनी भी पुरानी हो जाए*.. *पर उसके अलफ़ाज़ नहीं बदलेंगे*.. *कभी याद आये तो, पन्ने पलट कर देखना*.. *हम आज जैसे है, कल भी वैसे ही मिलेंगे* 💐*सुप्रभात*💐
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