औरत के लिए कोई व्रत नही रखता,
फिर भी लंबी उम्र जी लेती है..!!
क्यो की कोई भी औरत अपने लिए नही जीती वो अपने पूरे जीवन मे हमेशा सब की खुशी के लिए जीती है,
जो भी जीव दुसरो की खुसी के लिए जीता है, उसकी खुसी के लिए ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है कि ये लंम्बा जीवन जिये सुखद जीवन जिये, लेकिन एक मानव ऐसा कृतन्घ जीव है जो इतने प्यार के बाद भी उस एक स्त्री का संम्मान नही कर पाता है।
स्त्री एक पूर्ण गुरु है,आप मान के देखिए, लालसा से नही सम्मान से।
No comments:
Post a Comment