केनेडा वन्य जीव संरक्षण क्षेत्र
*पंछी अपने पैरो के कारण*
*जाल में फँसते हैं,*
*परन्तु इंसान अपनी जुबान*
*के कारण*।
*ऊँचा उठने के लिए पंखों की*
*ज़रुरत केवल पक्षियों को ही*
*पड़ती है..*
*मनुष्य तो जितना विनम्रता से*
*झुकता है*
*उतना ही ऊपर उठता है*।।
🐚☀🐚
*शुभ प्रभात*
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