Monday 5 October 2015

"करम माँगता हूँ, अता माँगता हूँ,
मेरे मोला मैं तुझसे दुआ माँगता हूँ। रहम कर जहाँ पर ऐ मेरे
मालिक,
मैं सारे जहाँ का भला माँगता हूँ,
न मांगूंगा तुझसे तो मांगूंगा किससे ,
तेरा हूँ मैं तुझसे दुआ माँगता हूँ ।।
जो मुफलिस हैं उनको तू दौलत अता कर,
जो बीमार हैं उनको सेहत अता कर,
मरीजों की खातिर शफा माँगता हूँ
ऐ मेरे मोला मैं तुझसे दुआ माँगता हूँ।।
जो हैं बदनसीब कुछ नहीं जिनके पल्ले,
उन्हें भी दिखा दे नसीबी के
जलवे,
अता कर तू शान-ए-करीमी का सदका,
मै सबके लिए ये दुआ मांगता हूँ ।।
न मांगूंगा तुझसे तो मांगूंगा किससे ,
तेरा हूँ मैं तुझसे दुआ माँगता हूँ ।।

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