Friday 27 June 2014

दोस्तों हम हमेशा एक ऐसे हिंदुस्तान का सपना देखते हैं जिसमे सभी लोग एक ही धरम के हो और उस धरम का नाम हो "इंसानियत" कोई छोटा बड़े, जात पात मजहब का भेद न हो, सभी के पास पेट भर खाना हो, सभी का अपना घर हो, २४ घंटे बिजली पानी हो, अच्छा रोजगार हो, अच्छी एजुकेशन हो, अच्छी मेडिकल सुबिधाये हो, अच्छी सड़के हो, सभी एक दुसरे का आदर और निर्स्वाथ मदद करते हो और प्रेम से रहते हो, जहाँ हर माँ बहन बेटी को पूरी आज़ादी हो, जहाँ दहेज़ का नामो निशान न हो, जहाँ बेटी होने पर लोग लड़के होने से ज्यादा ख़ुशी बनाते हो, जहाँ बच्चे अपने माता पिता की सेवा को अपना सबसे पहला कर्तब्य मानते हो, जहाँ गुंडे बदमासो और चोरो, बलात्करिओ, लूटा खचोटी, रिश्बत, बेईमानी और भ्रस्टाचार का नामो निशान न हो,कहते है सपने जरूर देखने चाहिये और अपनेसपनो को सच करने के लिए कोशिश, क्या पता सारे नहीं उनमे से कुछ ही संभव हो जाये ?

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