Saturday, 12 August 2017

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 *रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,* *रिश्ता निभाने से रिश्ता बनता है।* *"दिमाग" से बनाये हुए "रिश्ते", बाजार तक चलते है,* *और "दिल" से बनाये "रिश्ते", आखरी सांस तक चलते है।* हमारा व्यवहार कई बार हमारे ज्ञान से अधिक अच्छा साबित होता है।* *क्योंकि जीवन में जब विषम परिस्थितियां आती हैं,* *तब ज्ञान हार सकता है,* *किन्तु व्यवहार से हमेशा जीत होने की संभावना रहती है।* *🌺 🌺 🌺 🌺🌹 🍃 🌹 🍃 🌹*

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