मुंबई कोंग्रेस मुख्यालय राजीव गांधी भवन मे कार्यक्रम मे संबोधित करते हुए ऐम आई पटेल ।
*आप अकेले बोल तो सकते है;*
*परन्तु...*
*बातचीत नहीं कर सकते ।*
*आप अकेले आनन्दित हो सकते है*
*परन्तु...*
*उत्सव नहीं मना सकते।*
*अकेले आप मुस्करा तो सकते है*
*परन्तु...*
*हर्षोल्लास नहीं मना सकते.*
*हम सब एक दूसरे*
*के बिना कुछ नहीं हैं;*
*यही संगठन की खूबसूरती है।
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