Wednesday, 27 April 2016
एक बच्चा जला देने वाली गर्मी में नंगे पैर गुलदस्ते बेच रहा था, लोग उसमे भी मोलभाव कर रहे थे। एक ज़ईफुल उम्र शख़्स को उसके पैर देखकर बहुत ग़म हुआ, उन्होने बाज़ार से नया जूता ख़रीदा और उसे देते हुए कहा "बेटा लो, ये जूता पहन लो". लड़के ने फ़ौरन जूते निकाले और पहन लिए, उसका चेहरा ख़ुशी से दमक उठा था. वो उस शख़्स की तरफ़ पल्टा और हाथ थाम कर पूछा, "आप अल्लाह हैं ? "ज़ईफुल उम्र हज़रत ने घबरा कर हाथ छुड़ाया और कानों को हाथ लगा कर कहा, "नहीं बेटा, नहीं.मैं अल्लाह नहीं" लड़का फिर मुस्कराया और कहा, "तो फिर ज़रूर अल्लाह के दोस्त होंगे, क्योंकि मैंने कल रात अल्लाह से कहा था कि मुझे नऐ जूते दे दे". वो ज़ईफ मुस्कुरा दिये और उसके माथे को प्यार से चूमकर अपने घर की तरफ़ चल पड़े अब वो शख़्स भी जान चुके थे कि अल्लाह का दोस्त होना कोई मुश्किल काम नहीं..!! दोस्तों खुशियाँ बाँटने से मिलती हैं गरीबों मिस्क़ीनो का ख़्याल रखें अल्लाह आपको दुनिया की हर खुशी देगे । इंशाअल्लाह●●●!!
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