Salam.Thank u very much for your blassing to me on my Birthday.Lovely times of our life will not return back ever, But the lovely relation & the memories of lovely people will stay in the heart forever...M.I.Patel.
Sunday, 31 May 2015
Ek choti si soch !!
Major Issues : Muslim faces discrimination - recent cases of Zeeshan Khan (job) , Misbah Quadri (flat renting) , Mumbra residents (school admissions) and many more !!
Why it happens & Solutions ?
1. Perception of Muslims : I am facing this discrimination b'coz I am a Muslim (it happens in few cases but it is not applicable in all cases)
Solution : One should be optimistic , it is case-based. Aadmi ki soch saamne wale ke dil par asar karti hai
2. Perception of Non-Muslims : what they read & what they hear (they know 'very few' are bad and not the entire Muslim population as whole)
Solution : Respect all religion/culture and try to clear their doubts. Media reports of 'few' and actual reality of muslim community are two different things)
3. Lack of Confidence & Support ?
Solution : Muslims shouldn't be depended upon others and stir their own path of decent living. If we get help from Govt/ Corporates/ Others than it is a 'bonus'...rather than cribbing; we have to strategize multiple options for us. Don't "blame others" but focus on "self-growth" .....Be a proud Indian Muslim & see many top Muslim Personalities in India - right from Vice-President to Chief Election Commissioner to Dy.RBI Governor to Bollywood to Corporates to Top Doctors to Senior Executives to many Entrepreneurs.....they started in India & enjoying the most powerful life in India......Check the history/ civilizations - many communities has developed from scratch due to self-rejuvenation and not due to any sort of dependency...
Charity begins from home... "Dependancy will derail our path of success"....
Let's come out of it & build a beautiful world for all .
Stop Hatred & Blame-Game please !!
~Proud to be an Indian Muslim. Open for constructive & optimistic thinking...
Sunday, 24 May 2015
Thursday, 21 May 2015
देश की राजनीति में गांधी परिवार का एक अहम रोल रहा है. गांधी परिवार को आज देश के राज परिवार के समान देखा जाता है जहां पैदा होने वाले हर बेटे को लोग देश का राजकुमार समझते हैं. ऐसे ही एक राजकुमार थे राजीव गांधी (Rajiv Gandhi). युवा भारत और संचार क्रांति के अग्रदूत के रूप में मशहूर राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की जिंदगी बेहद शालीन रही लेकिन उनकी मौत और मौत के बाद के बवाल ने कई बहसों को जन्म दिया.पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) अपनी इच्छा के विपरीत राजनीति में आए थे. वह खुद राजनीति को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहते थे लेकिन यह विडंबना ही है कि उन्हें भ्रष्टाचार की वजह से ही सबसे ज्यादा आलोचना झेलनी पड़ी. उन्होंने देश में कई क्षेत्रों में नई पहल और शुरुआत की जिनमें संचार क्रांति और कंप्यूटर क्रांति, शिक्षा का प्रसार, 18 साल के युवाओं को मताधिकार, पंचायती राज आदि शामिल हैं. राजीव ने कई साहसिक कदम उठाए जिनमें श्रीलंका में शांति सेना का भेजा जाना, असम समझौता, पंजाब समझौता, मिजोरम समझौता आदि शामिल हैं. Rajiv Gandhi in Politics 20 अगस्त, 1944 को जन्में इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी की सबसे बड़ी संतान राजीव गांधी ने माध्यमिक शिक्षा दून स्कूल से प्राप्त की. वहीं उनकी मुलाकात बॉलिवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से हुई थी. राजीव राजनीति में कदम रखने के इच्छुक नहीं थे लेकिन छोटे भाई संजय गांधी की एक विमान दुर्घटना में असमय मौत के बाद परिस्थितियों से मजबूर होकर उन्होंने 11 मई, 1981 को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की और 15 जून, 1981 को उत्तर प्रदेश के अमेठी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए जहां से मौजूदा समय में उनके पुत्र राहुल गांधी सांसद हैं.31 अक्टूबर, 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश की डांवाडोल होती राजनीतिक परिस्थितियों को संभालने के लिए उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया. उस समय कई लोगों ने उन्हें नौसिखिया भी कहा लेकिन जिस तरह से उन्होंने यह जिम्मेदारी निभाई उससे सभी अचंभित रह गए.अपने राजनीतिक फैसलों से कट्टरपंथियों को नाराज कर चुके राजीव पर श्रीलंका में सलामी गारद के निरीक्षण के वक्त हमला किया गया लेकिन वह बाल-बाल बच गए थे पर 1991 में ऐसा नहीं हो सका. 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेराम्बदूर में एक आत्मघाती हमले में वह मारे गए. उनके साथ 17 और लोगों की जान गई. राजीव गांधी की देश सेवा को राष्ट्र ने उनके दुनिया से विदा होने के बाद स्वीकार करते हुए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जिसे सोनिया गांधी ने छह जुलाई, 1991 को अपने पति की ओर से ग्रहण किया.
लेकिन आज 21 मई को आधुनिक भारत के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि....
Wednesday, 20 May 2015
21 मई स्वर्गीय राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि को "बलिदान दिवस" के रूप में मनाया जाएगा..
सारा लहू बदन का जमी को पिला दिया
हम पे वतन का कर्ज था हमने चुका दिया
राजीव गांधी अमर रहे
राजीव जी ने जिस संचार क्रांति का सूत्रपात किया उसी की बदौलत आज देश तरक्की कर रहा है राजीव जी ने 19 वीं सदी में ही 21 वीं सदी के भारत का सपना सजोया था और पर धर्यपूर्वक कार्य किया। देश में कम्प्यूटरीकरण कर संचारक्रांति के नायक बने। कहा कि संचार क्रांति की ही देन है कि आज हर अमीर-गरीब के हाथों में मोबाइल दिख रही है। वहीं 45 से 55 प्रतिशत नौजवान आधुनिक भारत में रोजगार पारहे है पंचायती राज महिला सशक्तीकरण के साथ ही 18 वर्ष में ही नौजवानों को मताधिकार देकर राष्ट्र को सशक्त बनाने का कार्य किया....
Tuesday, 19 May 2015
Sweet memory.. Annual Budget of Education deptt ( 1158 Primary Schools, 51 Secondry Schools, 18 Mentali Retired Schools, 900 Aided Schools and Nine Language Gujarati.Hindi.Marathi.English.Urdu.Tamil. Kannad. Trlugu and Sindhi )of Municipal Corporation of Greater Mumbai handing over by Chairman M.I.Patel to Addl Municipal Commissioner Ms.Sarvari Gokhle.IAS at BMC HQ.
Sunday, 17 May 2015
Saturday, 16 May 2015
मंजिल मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है!
हम कोशिश भी ना करे. ये तो गलत बात है...
हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली।
कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली।
सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ।
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।।....
कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,
फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,
एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी
हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,
मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया कमबख़्त तूने,
वो हँसी और बोली- मैं ज़िंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।
Wednesday, 6 May 2015
जब उस्मान अली ख़ान ने सरकार को 5 टन सोने कीइमदाद दी....... 1965 पाकिस्तान विजय के बाद भारत के लिए सबसेबड़ा ख़तरा ताक़तवर पड़ोसी चीन से था...उन हालात मेंभविष्य में उत्पन होने वाले ख़तरे से निपटने के लिएप्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने National DefenceFund का गठन किया..और Government of India नेराजाओं से सहयोग की अपील की मगर........... इस मुश्किल वक़्त में कोई आगे नहीं आया.. …..और सबकुछ उम्मीद के ख़िलाफ़ हुआ……………… फिर प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने हैदराबाद कारुख़ किया; वह जानते थे कि Nizam Mir Osman AliKhan भारतीय सरकार को कभी मायूस न करेंगे...प्रधानमंत्री हैदराबाद गये और निज़ाम से आग्रह किया किवह खुले दिल से National Defence Fund में योगदानकरें…… बग़ैर हिचकिचाए Nizam Mir Osman Ali Khan ने एलानकिया कि वह 5 टन सोने से National Defence Fundको इमदाद करेंगे.........Nizam के इस ऐलान ने वहाँ मौजूद तमाम लोगों को हैरतमें डाल दिया.... लेकिन ASIF JAH VII ने भारतीय इतिहास में सबसे बड़ाचंदा देकर एक ऐसा रिकोर्ड बनाया कि जिसे कोईसंस्था या व्यक्ति आज तक तोड़ नहीं पाया.....उनके द्वारा चंदे के तौर पर दिए गए सोने की क़ीमतआज के दौर में रु. 1500-1600 करोड़ है....... मुकेश अंबानी और उसके जैसे रईसों में अगर मुल्कपरस्तीका माद्दा है तो ऐसा कोई कारनामा कर के दिखाए